“नशे के ख़िलाफ़ बागेश्वर पुलिस की बड़ी कार्रवाई – 258 ग्राम अवैध चरस के साथ एक आरोपी गिरफ्तार”
बागेश्वर जनपद से इस समय की बड़ी और अहम खबर सामने आई है। एसपी बागेश्वर चंद्रशेखर घोडके के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बागेश्वर पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान के तहत एक व्यक्ति को अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया है।
उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2025 तक प्रदेश को नशामुक्त उत्तराखंड बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोडके के निर्देशन में और क्षेत्राधिकारी बागेश्वर अजय लाल साह के पर्यवेक्षण में बागेश्वर जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की सक्रियता और सतर्कता का ही परिणाम है कि नशा तस्करों की कमर टूट रही है।
दिनांक 15 जून 2025 को बागेश्वर पुलिस ने एक विशेष अभियान के दौरान जोध सिंह पाण्डा पुत्र पुष्कर सिंह, निवासी ग्राम लाहुर, थाना कपकोट, जनपद बागेश्वर, उम्र 40 वर्ष को 258 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी कोतवाली बागेश्वर क्षेत्र में की गई, जहां आरोपी के पास से भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद हुए।
इस मामले में कोतवाली बागेश्वर में मुकदमा संख्या 43/25, धारा 8/20 NDPS एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। आरोपी को नियमानुसार माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी का विवरण इस प्रकार है –
नाम: जोध सिंह पाण्डा
पिता का नाम: पुष्कर सिंह
निवासी: ग्राम लाहुर, थाना कपकोट, जनपद बागेश्वर
उम्र: 40 वर्ष
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में निम्न अधिकारी शामिल रहे –
थानाध्यक्ष कैलाश सिंह नेगी,
अपर उपनिरीक्षक प्रदीप सिंह गर्ब्याल,
हेड कांस्टेबल सुरेश चन्द्र,
हेड कांस्टेबल जय कुमार,
कांस्टेबल नरेन्द्र गोस्वामी,
तथा वाहन चालक कांस्टेबल भुवन प्रसाद।
इस कार्रवाई से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि बागेश्वर पुलिस नशे के कारोबार को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोडके के नेतृत्व में जनपद पुलिस पूरी मुस्तैदी से प्रदेश सरकार के “नशामुक्त उत्तराखंड” मिशन को आगे बढ़ा रही है।
बागेश्वर पुलिस ने आमजन से भी अपील की है कि यदि कहीं भी मादक पदार्थों की तस्करी या बिक्री की सूचना मिले तो तत्काल पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सके और समाज को नशे की गिरफ्त से बचाया जा सके।