16 साल का लड़का हुआ था लापता, पुलिस ने कुछ घंटों में ढूंढ निकाला – परिवार की आंखों में छलक आए आंसू
एक मां की आंखें अपने बेटे की राह देख रही थीं… दिल बेचैन था, उम्मीद की एक किरण भी नजर नहीं आ रही थी। लेकिन जब उम्मीदें टूटने लगती हैं, तब देवदूत बनकर सामने आती है हमारी पुलिस। बागेश्वर कोतवाली पुलिस की एक तेज़ और मानवीय कार्रवाई ने आज फिर भरोसे को जिंदा कर दिया।
घटना बागेश्वर जिले की है, जहां चौरासी निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली पहुंचकर बताया कि उसका 16 वर्षीय पुत्र दोपहर करीब 1 बजे अचानक कहीं लापता हो गया है। परिजनों ने हर जगह तलाश की, लेकिन बेटे का कुछ पता नहीं चला। मामला गंभीर था, वक्त कम था और भावनाएं बहुत बड़ी।
सूचना मिलते ही कोतवाली बागेश्वर की पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए तत्काल खोजबीन शुरू की। एक-एक जगह खंगाली गई, हर सुराग को जोड़ा गया और पुलिस टीम ने अथक प्रयास करते हुए कुछ ही घंटों में लापता बालक को जोग्याणी रौ इलाके से सकुशल बरामद कर लिया।
बालक को आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया। बेटे को सही-सलामत पाकर जहां एक तरफ परिवार की आंखें खुशी से नम थीं, वहीं उन्होंने पुलिस का दिल से आभार भी जताया।
इस सफल कार्रवाई में दो पुलिस कर्मियों की विशेष भूमिका रही –
हेड कांस्टेबल सुरेश आर्या और हेड कांस्टेबल जय कुमार।
इन दोनों जवानों ने न केवल तत्परता दिखाई, बल्कि संवेदनशीलता के साथ एक परिवार को उनका खोया हुआ सुकून लौटाया।
बागेश्वर पुलिस की ये कार्रवाई एक बार फिर यह साबित करती है कि जब बात आम जनता की सुरक्षा और मदद की आती है, तो हमारी पुलिस हर चुनौती को पार कर इंसानियत की मिसाल बन जाती है।
आभार उन आंखों का जो बेटे को फिर से देख सकीं… और सलाम उस खाकी को, जिसने ये मुमकिन किया।